Monday 24 May 2021

विश्वास के सहारे जीती जंग

26 अप्रेल को सुबह से ही बिल्कुल एनर्जी नहीं लग रही थी लगा पिछले 11 दिन से 3 कोरोना पेशेंट की देखभाल करते करते थकावट हो गई होगी क्योंकि 4 दिन पहले टेस्ट करवाया था तो रिपोर्ट निगेटिव थी, तो चिंता नही थी।


दोपहर होते होते गले में खराश और हल्का बुखार भी हो गया। बस शाम को ही बेटा बोला टेस्ट करवा लेते है।वो खुद पॉजिटिव था पर 11 दिन हो गए थे और उसके कोरोना के सिम्पटम भी जा चुके थे।


टेस्ट सेंटर बन्द होने में आधा घण्टा बाकी था।हम पहुंच गए कार में ही सेम्पल ले लिया। घर आगये।


मुझे पूरा विश्वास था रिपोर्ट निगेटिव होगी क्योंकि वेक्सीन के दोनों डोज़ लग चुके थे पर दूसरे दिन शाम को रिपॉर्ट आई पॉजिटिव। हम बिल्कुल भी घबराए नही। दोपहर से ही डॉ से पूछकर दवाएं शुरू कर दी थी। बुखार आता उतर जाता।


आइसोलेशन में चली गई।


सुबह उठते ही गर्म पानी पीना, भाप लेना, गरारे करना, प्राणायाम करना। भरपुर नाश्ता खाना लेना।


फल कोई न मिल रहे थे सिर्फ खरबूजा मिला सो खाया।


ऑक्समिटर से ऑक्सीजन लेवल चेक करते रहना। दिन भर यही दिनचर्या रहती।


अपना कमरा साफ करना अपने बर्तन, कपड़े धोना सब में समय कहाँ निकल जा रहा मालूम ही नही पड़ा।


ईश्वर की कृपा और आप सब दोस्तों की शुभकामनाओं से 10 मई को पूर्णतः स्वस्थ होकर बाहर आ गई।


घर में भी सब ठीक है।


साइड इफेक्ट में मुझे लूज मोशन की शिकायत रही और कमजोरी अभी भी है।


वेक्सीन लेने से इम्युनिटी सही रही।


++


रश्मि प्रभा जी द्वारा उनकी फेसबुक वाल पर शोभना जी से सम्बंधित लगाई गई पोस्ट. इसे यहाँ क्लिक करके पढ़ा जा सकता है. 

शोभना जी से संपर्क के लिए यहाँ क्लिक करें. 

रश्मि प्रभा जी से यहाँ से मिला जा सकता है.

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